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गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: 17 मजदूरों की दर्दनाक मौत, सवालों के घेरे में फैक्ट्री मालिक

गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: 17 मजदूरों की मौत, लाइसेंस न होने का खुलासा

गुजरात पटाखा फैक्ट्री विस्फोट: 17 मजदूरों की दर्दनाक मौत, सवालों के घेरे में फैक्ट्री मालिक

🔥 हाइलाइट्स:

गुजरात के बनासकांठा में पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से भीषण विस्फोट।

 

17 मजदूरों की मौत, 3 गंभीर रूप से झुलसे, 5 बचाए गए।

 

मृतक सभी मध्य प्रदेश के, जो हाल ही में काम पर आए थे।

 

फैक्ट्री के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस नहीं, सिर्फ बेचने का।

 

विस्फोट इतना भयानक कि मजदूरों के अंग 50 मीटर दूर तक बिखरे।

 

क्या हुआ था?

गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में दीपक ट्रेडर्स नाम की एक पटाखा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से भीषण विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना तेज था कि कई मजदूरों के शरीर के अंग दूर-दूर तक बिखर गए। फैक्ट्री के पीछे खेतों में भी मानव अंग मिले हैं।

 

🚨 आपातकालीन सेवाएं घटनास्थल पर पहुंचीं और 5 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन 17 मजदूरों की मौत हो चुकी है। 3 लोग 40% से अधिक जल चुके हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

 

क्यों हुआ ये हादसा?

फैक्ट्री के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस नहीं था, सिर्फ बेचने का।

 

मालिक खूबचंद सिंधी पर गैरकानूनी तरीके से पटाखा निर्माण का आरोप।

 

बॉयलर सुरक्षा मानकों की अनदेखी संभावित कारण।

 

मजदूरों को भागने का मौका तक नहीं मिला, क्योंकि विस्फोट अचानक हुआ।

 

💥 विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया और मलबे के नीचे अभी भी कुछ लोग दबे होने की आशंका है।

 

मृतकों की पहचान और पीड़ित परिवार

सभी मृतक और घायल मध्य प्रदेश के मजदूर हैं, जो कुछ दिन पहले ही काम पर आए थे। अधिकारी पीड़ितों की पहचान कर रहे हैं और उनके परिवारों को सूचित किया जा रहा है।

 

🕯ये हादसा एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़ा करता है। क्या ऐसी फैक्ट्रियों पर नियमित निरीक्षण नहीं होना चाहिए?

 

क्या होगा आगे?

पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू की है।

 

फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

 

मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की मांग उठ रही है।

 

📌 ये घटना हमें याद दिलाती है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी भारी पड़ सकती है।

 

📢 क्या आपको लगता है कि ऐसी फैक्ट्रियों पर सख्त निगरानी होनी चाहिए? कमेंट में अपनी राय दें!

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